Description
योग साधना भारत की विश्व को सर्वश्रेष्ठ देन है अनादिकाल से इस पुण्यभूमि में महान् योगनिष्ठ महात्मा अवतरित होते रहे हैं जिन्होंने समय-समय पर इस पवित्र योग मार्ग पर प्रकाश डाला है। सौभाग्य से, इस युग के महान तपस्वी, गूढतम योगतत्त्वों के ज्ञाता, आत्मदर्शी श्री योगेश्वरानन्द परमहंस ने भगवद् प्रेरणा से परम अद्भुत योग-शास्त्रों की रचना करके , योगविद्या का पुनरुत्थान किया है।
इस ग्रन्थ में स्वामी योगेश्वरानन्द परमहंस के व्याख्यानों का संग्रह किया गया है मानव जीवन के कल्याण के लिए मित्र-भित्र विषयों पर योग शिविरों तथा उत्सवों के अवसर पर दिये गये व्याख्यानों को प्रकाशित किया गया है। आशा है पाठकों को इस व्याख्यान माला के स्वाध्याय से विशेष ज्ञान का
आलोक प्राप्त होगा और तत्वज्ञान भी प्राप्त होकर सुख, शांति और आनन्द
की उपलब्धि होगी।
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