Description
गुह्यातिगुह्य
श्वास उच्छवास का गुप्त ज्ञान
स्वर संहिता
The Science of Nasal Breathing
सम्पूर्ण तीनों भाग
१. स्वर योग साधना
२. स्वर ज्ञान प्रकर्ष
३. तेजोमय स्वर रहस्य
प्रस्तुति एवं संयोजन—
स्वर विशारद अक्षत स्वामी
एवं
श्री श्रेयस भारती
स्वर सिद्धों को समर्पित
स्वर योग साधना के अभ्यास काल में अप्रत्यक्ष विभूतियों की प्रेरणा से ही इस ग्रन्थ की रचना हुई है। इस पुस्तक के रचनाकाल में उत्तर एवं दक्षिण भारत के प्राचीन पुस्तकालयों में सुरक्षित स्वरयोग की | जीर्ण-शीर्ण, हस्तलिखित गुप्त पाण्डुलिपियों के अध्ययन। का भी सुअवसर मिला है। उन्हीं विशिष्ट प्राचीन ग्रन्थों के प्रभाव से इस पुस्तक में कुछ स्थान विशेष पर विषय की पुनरावृत्ति हुई है, जो गहन स्वर चिंतन एवं निरन्तर अभ्यास का ही परिणाम है। प्रत्यक्ष-
ब्रह्माण्ड में व्याप्त असंख्य ज्ञान रश्मियों के स्वर चेतना पुंज ही इस पुस्तक के निर्माण का मुख्य आधार हैं। मैं इस पुस्तक का लेखक या रचनाकार न होकर मात्र प्रस्तुतकर्ता ही हूँ।
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