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Teeka/Tilak (टीका / तिलक)

तिलक लगाने की परंपरा प्राचीनकाल से ही चली आ रही है। किसी भी धार्मिक आयोजन में आने वाले मेहमानों का स्वागत-रिश्ते तिलक लगाकर ही किया जाता है। पूजा से पहले भी माथे पर तिलक लगाना बहुत शुभ माना जाता है। शहर के ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा बताते हैं कि आम तौर पर चंदन, कुमकुम, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगाने का विधान है। अगर कोई तिलक लगाने का लाभ तो लेना चाहता है, पर दूसरों को यह दिखाना नहीं चाहता, तो शास्त्रों में इसका भी उपाय बताया गया है। कहा गया है कि ऐसे स्थिति में ललाट पर जल से तिलक लगा लेना चाहिए।
– माथे पर नियमित रूप से तिलक लगाने से मस्तक में तन्य आता है। लोग शांति व सुकून अनुभव करते हैं। यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से है। – हर दिन चंदन का तिलक अपने माथे पर लगाते हैं तो दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्रावी तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जगता है। – माथे पर तिलक लगाने से सिरदर्द की समस्या में कमी आती है। – चंदन का तिलक लगाने वाले का घर अन्न-धन से भरा रहता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।