Description
सर्वदेव प्रतिष्ठा रहस्यम्
हमारे वेदों में अनेक प्रकार के देवी-देवता हैं, उसी प्रकार प्रविष्टा में भी अनेक प्रकार के देवी देवता हैं, और आज भी अधिकतर देवी देवताओं का प्राचीन मंदिरों में मूर्ति पूर्ण विधि-विधान पूजा सहित प्रतिष्ठित है। इस समय भी जो नए मंदिरों में देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित की जाती है, उनकी भी प्रतिष्ठा अवधि होती है, क्योंकि बिना प्रतिष्ठा के प्रभु भाव नहीं आ सकता। किसी भी देवी देवता की प्रतिष्ठा के लिए श्री शिव स्वरूप यागिक जी अथक परिश्रम से ‘सर्वदेव प्रतिष्ठा रहस्य’ की रचना की सरल ढंग से की गई है।और प्रत्येक घर में रखने योग्य पुस्तक है।
Reviews
There are no reviews yet.