Description
श्रीमदगोस्वामी तुलसीदासजीविरचित
कवितावली
कवितावली में श्री रामचन्द्र के इतिहास का वर्णन कवित, चौपाई, सवैया आदि छंदों में की गई है। रामचरितमानस के जैसे ही कवितावली में भी बालकण्ड से लेकर उत्तरकाण्ड तक सात काण्ड हैं। ये छन्द ब्रजभाषा में लिखित गये हैं और इनकी रचना की संभावना: उसी परिपाटी पर की गयी है जिस परिपाटी पर रीतिकाल का अधिकतर रीति-मुक्त काव्य लिखा गया है।
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