Description
घेरण्ड संहिता
स्वामी निरंजननंद सरस्वती
इस पुस्तक में महर्षि घेरण्ड संहिता की स्वामी निरंजनानन्द सरस्वती द्वारा विशद व्याख्या की गयी है. सप्तांग योग की व्यावहारिक शिक्षा दी गयी है. शरीर शुद्धि क्रियाओ, जैसे नेति धोती, वस्ति, कपालभाति और तैराक से आरम्भ कर आसन, मुद्रा, प्रत्याहार, प्राणायाम, ध्यान और समाधि के अभ्यासों का सरल भाषा में सचित्र सविस्तार वर्णन किया गया है.
महर्षि घेरण्ड के घटस्थ योग के नाम से प्रसिद्ध ये अभ्यास आत्मज्ञान प्राप्त करने के लिए शरीर को माध्यम बनाकर मानसिक और भावनात्मक स्तरों की नियंत्रित करते हुए आध्यत्मिक अनुभूति को जाग्रत करने का मार्ग प्रशस्त करते है. यह पुस्तक प्रारम्भिक से लेकर उच्च योगाभ्यासियों के लिए अत्यंत उपयोगी, ज्ञानवर्द्धक एवं संग्रहणीय है.